CYBER FRAUD: दिल्ली पुलिस की शाहदरा साइबर टीम ने एक बड़े साइबर फ्रॉड का खुलासा करते हुए 3 करोड़ रुपये की ऑनलाइन ठगी रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में तीन आरोपियों—आयुष कोली, संजीव कुमार और आकाश—को गिरफ्तार किया गया है पुलिस जांच में सामने आया है कि इस गिरोह के तार हांगकांग और चीन से जुड़े हुए हैं, साथ ही क्रिप्टो करेंसी के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की भी पुष्टि हुई है
ऐसे फंसा 64 वर्षीय पीड़ित
शिकायतकर्ता सुनीत कुमार सूरी (उम्र 64 वर्ष, निवासी विवेक विहार) ने बताया कि उन्होंने सोशल मीडिया पर एक निवेश विज्ञापन देखने के बाद “NJ Elite Growth Plan 768” नाम के व्हाट्सएप ग्रुप को जॉइन किया था ग्रुप में रोजाना फर्जी स्क्रीनशॉट और झूठे मुनाफे के दावे दिखाकर लोगों को निवेश के लिए उकसाया जाता था
इनके झांसे में आकर शिकायतकर्ता ने ₹2,25,000 का निवेश कर दिया। इसके बाद IOP Delivery के नाम पर और पैसे की मांग की गई, तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने साइबर पुलिस को शिकायत दर्ज कराई
हाई-टेक तरीके से पैसे उड़ाए जाते थे
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल सीपी (लॉ एंड ऑर्डर) रविंद्र सिंह यादव की निगरानी में डीसीपी प्रशांत प्रिय गौतम के नेतृत्व में साइबर क्राइम की एक स्पेशल टीम गठित की गई पुलिस ने बैंक ट्रेल्स, आईपी लॉग्स,व्हाट्सएप चैट और डिजिटल डिवाइसेज़ का विश्लेषण किया
छापेमारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों से:
3 मोबाइल फोन
4 लैपटॉप
1 पेटीएम POS मशीन बरामद की
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी फर्जी बैंक अकाउंट्स और सिम कार्ड्स के जरिए पैसों को घुमा रहे थे मिली विदेशी नागरिकों से बातचीत और क्रिप्टो ट्रांजैक्शन के सबूत
आरोपी संजीव के मोबाइल से USDT क्रिप्टो ट्रांजैक्शन और हांगकांग व चीनी नागरिकों से बातचीत के सबूत मिले हैं इससे साफ हो गया कि यह गिरोह अंतरराष्ट्रीय साइबर नेटवर्क से जुड़ा हुआ है
पुलिस अब:
विदेशी नेटवर्क की पड़ताल,अन्य साथियों की पहचान,पूरी मनी ट्रेल को ट्रेस करने में जुटी है
शाहदरा साइबर पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस पूरे रैकेट की जड़ों तक पहुंचा जाएगा
🔴 साइबर पुलिस की अपील:
अगर कोई भी निवेश संबंधी ऑफर सोशल मीडिया या व्हाट्सएप ग्रुप पर मिले, तो तुरंत उसकी सत्यता जांचें। लालच में आकर कोई भी रकम ट्रांसफर न करें



